Electromagnet in hindi विद्युतीय चुंबक ( Electromagnet) की विस्तारपूर्वक वर्णन इस आर्टिकल में किया गया है।
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What is electromagnet in hindi (विधुत चुम्बक क्या है?)
विधुत चुम्बक (electromagnet) एक प्रकार की अस्थाई ( Temporary) चुंबक होती है जिसकी चुंबकीय गुण केवल उस समय के लिए होती है जब किसी तार की कुंडल ( coil) से विद्युत धारा को प्रवाहित किया जाता हो।
किसी तार को लपेटकर बनाई गई कुंडल (coil) से जब विद्युत धारा को प्रवाहित किया जाता है तभी ही विद्युत चुंबक (electromagnet) बनती है।
विद्युत चुंबक (electromagnet) और साधारण स्थाई चुंबक ( magnet) की गुण ( property) एक ही समान होती है। जैसे दोनो प्रकार की चुंबक में ही उत्तरी ध्रुव और दक्षिण ध्रुव ( North and south poles) होती है। दोनो प्रकार की चुंबक ही एक दूसरे को आकर्षित और प्रतिकर्षित ( attraction and repulsion) करती है और चुंबकीय पदार्थों को आकर्षित करती है।
(Electromagnet) विद्युत चुंबक बनने का कारण क्या है ?
सामान्यत: किसी आवेशित कण ( charged particles) मे विद्युत क्षेत्र ( electric field) होती है। लेकिन जब कोई आवेशित कण ( charged particles) गति करती है तब गति करने के कारण उनकी विद्युत क्षेत्र ( electric field) द्वारा ही चुंबकीय क्षेत्र ( magnetic field) भी उत्पन्न होती हैं।
जब किसी चालक तार मे उपस्थित मुक्त इलेक्ट्रॉन ( free electron) गति करती है तब यह चुंबकीय क्षेत्र ( magnetic field) भी बनाती है। मुक्त इलेक्ट्रॉन ( free electron) आवेशित कण होने के कारण इसमें विद्युत क्षेत्र ( electric field) होती है और जब मुक्त इलेक्ट्रॉन ( free electron) को गति करवाया जाए तो गतिशील मुक्त इलेक्ट्रॉन के विद्युत क्षेत्र ( electric field) द्वारा ही चुंबकीय क्षेत्र ( magnetic field) भी बनेगी।
इसलिए ही जब किसी चालक तार को लपेटकर बनाई गई कुंडल ( coil) मे जब विद्युत प्रवाहित किया जाता है तब तार की कुंडल ( coil) मे उपस्थित मुक्त इलेक्ट्रॉन के गति करने के कारण ही चुंबकीय क्षेत्र ( magnetic field) बनती है और जबकि चुंबकीय क्षेत्र ( magnetic field) बनने की गुण जिस पदार्थ मे होती है उसे हम चुंबक बोल सकते हैं लेकिन इस चुंबक का निर्माण तार की कुंडल ( coil) मे विद्युत धारा प्रवाहित करने से बन रही है इसलिए इसे विद्युत चुंबक ( electromagnet) कहा जाता है।
Electromagnet का उपयोग क्यों किया जाता है? एवं electromagnet का काम क्या है?
विद्युत चुंबक (Electromagnet) का उपयोग चुंबकीय क्षेत्र ( magnetic field) को उत्पन्न करने के लिए किया जाता है वैसे तो स्थाई चुंबक द्वारा भी चुंबकीय क्षेत्र को उत्पन्न किया जा सकता है लेकिन स्थाई चुंबक द्वारा बनी चुंबकीय क्षेत्र भी स्थाई होती है । स्थाई चुंबक की चुम्बकीय क्षेत्र को अपनी आवश्यकतानुसार उत्पन्न और बंद नही किया जा सकता है इसलिए विद्युत चुंबक (Electromagnet) का उपयोग किया जाता है क्यूंकि विद्युत चुंबक (Electromagnet) द्वारा बनी चुंबकीय क्षेत्र को आवश्यकतानुसार उत्पन्न और बंद किया जा सकता है। इसके साथ साथ इसकी चुंबकीय क्षेत्र की ताकत को भी बढ़ाया या घटाया जा सकता है।
Electromagnet का उपयोग कहां होती है ?
विद्युत चुंबकीय ( electromagnet) का उपयोग बहुत सी विद्युतीय उपकरण में किया जाता है। यहां कुछ उदाहरण दी गई हैं।
(1) बिजली के मोटर
(2) बिजली के जनरेटर
(3) लाउडस्पीकर
(4) बिजली की घंटी
(5) रिले
Electromagnet या विद्युत चुंबकीय को कैसे बनाया जाता है ?
विद्युत चुंबकीय (Electromagnet) को बनाने के लिए एक लोहे कील (Iron nail), इंसुलेटेड तांबे के तार का एक टुकड़ा और एक बैटरी की आवश्यकता होती हैं।
सबसे पहले तांबे के तार के टुकड़े के एक छोर से लोहे की कील के सिरे पर लपेटना शुरू करेंगे जबतक कील पुरी तरह से लपेटकर ढक (cover) नही जाती। जितना अधिक तार को लपेटेंगे उतना अधिक चुंबकीय क्षेत्र बनेगी और कसकर लपेटा गया हो और कोई खुला छोर ना छोड़े । अब जैसे ही तार की एक छोर को बैटरी की पहली टर्मिनल से और तार की दूसरी सिरे को बैटरी की दूसरी टर्मिनल से जोड़ेंगे तो लोहे की कील अस्थाई चुंबक का निर्माण करती है जिससे चुंबकीय क्षेत्र ( electric field) उत्पन्न होती हैं। लेकिन जैसे ही तार को बैटरी से हटाएंगे तो इसमें चुंबक की गुण खत्म हो जाएगी इसलिए इसे अस्थाई चुंबक ( temporary magnet) कहा जाता है।
विद्युत चुंबकीय का कार्य सिद्धांत ( Working Principle of electromagnet )
कोई भी आवेशित ( charge) कण जैसे मुक्त इलेक्ट्रॉन ( free electron) मे विद्युत क्षेत्र ( electric field) होती हैं। यदि इस प्रकार की सभी आवेशित कण या मुक्त इलेक्ट्रॉन (free electron) को एक निश्चित दिशा में गति करवाया जाए तो उनकी विद्युत क्षेत्र ( electric field) द्वारा ही चुंबकीय क्षेत्र ( magnetic field) भी उत्पन्न होगी। इसी के आधार पर ही विद्युत चुंबकीय ( electromagnet) कार्य करती है।
किसी चालक तार से यदि विद्युत धारा को प्रवाहित किया जाए तो चालक तार भी चुंबकीय क्षेत्र ( magnetic field) उत्पन्न करेगी क्यूंकि चालक तार मे मुक्त इलेक्ट्रॉन ( free electron) होती है जो आवेशित ( charge) कण होती है इसलिए इसमें विद्युत क्षेत्र ( electric field) होगी और चूंकि चालक तार मे विद्युत धारा प्रवाहित हो रही है यानी चालक तार मे आवेशित कण या मुक्त इलेक्ट्रॉन एक निश्चित दिशा में गति कर रही है इसलिए गतिशील मुक्त इलेक्ट्रॉन की विद्युत क्षेत्र ही चुंबकीय क्षेत्र ( magnetic field) को उत्पन्न करती है।
इसी तरह ही यदि किसी चालक तार से बनी कुंडल ( coil) से यदि विद्युत धारा को प्रवाहित किया जाए तो चालक तार की कुंडल (coil) भी चुंबकीय क्षेत्र ( magnetic field) को उत्पन्न करेगी जिसे हम विद्युत चुंबकीय ( electromagnet) कहते हैं। इस प्रकार की विद्युत चुंबकीय ( electromagnet) की चुंबकीय गुण तब तक बनी रहती है जबतक तार की कुंडल ( coil) से विद्युत धारा प्रवाहित हो रही हो।
इस प्रकार की चुंबकीय क्षेत्र की ताकत ( strength) प्रवाहित विद्युत धारा की मात्रा और चालक तार की लपेटो की संख्या पर निर्भर करती है।