इलेक्ट्रॉनिक्स क्या है,किसे कहते है,Electronic & Electronics in hindi,अर्थ,मतलब आदि का विस्तारपूर्वक वर्णन

इलेक्ट्रॉनिक्स किसे कहते है,electronic kya hai ? ,Electronics in hindi,अर्थ,मतलब ,इलेक्ट्रॉनिक्स क्या है, आदि के बारे में विस्तारपूर्वक वर्णन है।

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Electronics & Electronic meaning in hindi

Electronics , इलेक्ट्रोनिक (electron) शब्द से बनी है।

Electronics = इलेक्ट्रोन की प्रवाह,नियंत्रण, प्रभाव उत्सर्जन और इलेक्ट्रॉन की व्यवहार (behave) और प्रोयोग से संबंधित है।

अर्थात इलेक्ट्रॉनिक्स का अर्थ या मतलब वह होता है जिसका संबंध इलेक्ट्रॉन या आवेशित कण के व्यवहार (behave) से संबंधित अध्ययन और इसके प्रोयोग।

Electronic = इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, इलेक्ट्रॉनिक घटक , इलेक्ट्रॉनिक सर्किट

अर्थात इलेक्ट्रॉनिक (Electronic) का अर्थ या मतलब होता है किसी इलेक्ट्रॉनिक्स से जुड़ी उपकरण या चीज से होती है।

Electronics Definition in hindi या इलेक्ट्रॉनिक्स किसे कहते हैं?

इलेक्ट्रॉनिक्स (Electronics ) भौतिक विज्ञान और प्रौद्योगिकी की वैसे शाखा है जिसमे इलेक्ट्रॉन या आवेशित कण के प्रभाव,व्यवहार,उत्सर्जन और इनके नियंत्रण से संबंधित है।

electronics kya hai & electronic kya hai

Electronics kya hai

इलेक्ट्रॉनिक्स विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की एक शाखा है जिसमें इलेक्ट्रॉनों के प्रवाह से संबंधित विज्ञान और प्रौद्योगिकी का अध्ययन किया जाता है। इस अध्ययन के अंतर्गत इलेक्ट्रॉनों के व्यवहार एवं उनके प्रवाह (Flow) को नियंत्रित करने के लिए उपयोग की जाने वाली युक्तियों और उपकरणो ( device) का उपयोग करके इलेक्ट्रॉनिक सर्किट और उपकरणों को बनाने की प्रक्रिया का अध्ययन किया जाता है।

इलेक्ट्रॉनिक्स का अध्ययन करने के बाद, छात्र इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के निर्माण और संचालन में सक्षम होते हैं। वे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के कार्य सिद्धांत को समझने में भी सक्षम होते हैं, जो उन्हें इन उपकरणों को डिजाइन और सुधार करने में सक्षम बनाता है।

इलेक्ट्रोनिक्स (Electronics) शब्द इलेक्ट्रोन (electron) से बनी है जो इलेक्ट्रोन (electron) की प्रभाव,व्यवहार,उत्सर्जन, नियंत्रण एवं कार्यपद्धति से संबंधित बहुत ही छोटे घटक माइक्रोचिप्स ,डायोड और ट्रांजिस्टर द्वारा विद्युत प्रवाह को नियंत्रित करके एक काम को सुचारू रूप से चलाने के लिए हमारी दिनचर्या में बहुत बड़ी योगदान देती है और इन इलेक्ट्रोनिक्स प्रौद्योगिकी (electronics technology) से संबंधित कार्य एवं निर्माण करने वाले को इलेक्ट्रॉनिक्स अभियंता (electronics engineer) कहा जाता है।

इलेक्ट्रोनिक्स का अध्ययन मे आज कल लोग बहुत ही दिलचस्प दिखा रहे हैं क्यूंकि आज कल के जो युग है वह इलेक्ट्रोनिक्स का युग है क्यूंकि आजकल कोई भी छोटी से छोटी काम या बड़ी से बड़ी काम के लिए बहुतायत मात्रा में इलेक्ट्रोनिक उपकरण का उपयोग किया जा रहा है इसलिए इलेक्ट्रोनिक्स क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी बहुत ही अधिक है। इलेक्ट्रोनिक्स मे इंजिनियरिंग करने के बाद इलेक्ट्रोनिक्स इंजिनियरिंग की प्लेसमेंट high salary के साथ बहुत ही आसानी से हो जाती है।

इलेक्ट्रोनिक्स का उपयोग सभी प्रकार के इलेक्ट्रोनिक उपकरण को बनाने में किया जाता है। जैसे संचार (Communication) , गणना (Computing) , Medical और मनोरंजन (Entertainment) से जुड़ी सभी प्रकार की उपकरण को बनाने में इलेक्ट्रोनिक्स का अहम भूमिका है।

Electronic kya hai

इलेक्ट्रोनिक ( electronic) एक विशेषण (adjective) शब्द है जिसका उपयोग इलेक्ट्रॉनिक्स से संबंधित या उपयोग करने वाली किसी भी प्रकार की उपकरण ( device) , घटक ( component) आदि का वर्णन करने के लिए किया जाता है।

जैसे – इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में, इलेक्ट्रॉनों को नियंत्रित करने के लिए विभिन्न प्रकार के युक्तियों और घटको ( component) का उपयोग किया जाता है। इन युक्ति और घटकों का उपयोग करके, हम विभिन्न प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक ( electronic) उपकरण को बना सकते हैं।

अर्थात इलेक्ट्रोनिक्स का ज्ञान एवं प्रौद्योगिकी ( technology) का उपयोग कर बनाई जाने वाली उपकरण ( device) , घटक ( component) , परिपथ ( Circuit) , विद्युतीय प्रणाली ( electric system) आदि का वर्णन करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक (Electronic) शब्द का उपयोग किया जाता है।

जैसे :- इलेक्ट्रॉनिक उपकरण ( electronic device) — Computers , phones ,TV , Radios , Cameras , Light bulbs , Motors

इलेक्ट्रॉनिक घटक (electronic components) — Resistors , Capacitors , Inductors , Diodes, Transistors

इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस क्या काम करता है?

इलेक्ट्रोनिक डिवाइस हमारी उपयोग अनुसार बहुत सी प्रकार की बनाई गई है। सभी इलेक्ट्रोनिक डिवाइस अलग अलग काम करती है। जैसे –

Mobile electronic device – इस इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से तो आप अच्छी तरह परिचित हैं। Mobile electronic device हमारी बहुत सारी कामों को पूरा करती है जो आप भली भांति जानते हो।

electronics engineer क्या काम करता है?

electronics engineer का काम की दायरा बहुत बड़ा है । electronics engineer विभिन्न प्रकार की काम को संभालती है। electronics engineer किसी भी नई या पुरानी electronic device की निर्माण, उनकी मरम्मत आदि का काम करती है।

अगर आप एक electronics engineer हो और आपकी प्लेसमेंट इलेक्ट्रॉनिक्स core कंपनी मे होती है तो आपको इलेक्ट्रॉनिक्स hardware का निर्माण (Production) एवं नई इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस का रिसर्च करने का काम भी आपको मिल सकती है।

Applications of Electronics in hindi

electronics उपकरण उपयोग की दायरा बहुत बड़ी है इसलिए आपको नीचे हम संक्षेप में बताना चाहेंगे।

मनोरंजन के लिए – मनोरंजन की दुनिया के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स बहुत बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जैसे टेलीविजन, वीडियो गेम, mp3, mp4, ipade, कैमरा और मोबाइल । मोबाइल को दो प्रकार से उपयोग किया जाता है पहला मनोरंजन के लिए दूसरा स्पेशल काम के लिए।

Industry क्षेत्र के लिए– सभी प्रकार के इंडस्ट्री में 80% विभिन्न प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस का उपयोग किया जाता है ।

Health care क्षेत्र के लिए – आधुनिक हेल्थ केयर सेंटर में 70% इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस का उपयोग होता है।

power supply के लिए– हमारे घरों में आने वाले बिजली की पूरी सिस्टम में 60% इलेक्ट्रोनिक्स डिवाइस का उपयोग होता है।

घर के लिए – हमारे घर मे इलेक्ट्रिक से चलने वाले सभी उपकरण में इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस लगी होती है। आजकल कोई भी pure इलेट्रिकल उपकरण नही होती है बल्कि घर की अधिकतर उपकरण इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स दोनो का कॉम्बिनेशन से बनी होती है।

Office के लिए – ऑफिस मे उपयोग होने वाले अधिकतर इलेक्ट्रिक उपकरण इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस होती है । जैसे – मोबाइल, लैपटॉप,xerox मशीन , प्रिंटिंग मशीन इत्यादि।

internet सिस्टम के लिए – पूरी इंटरनेट सिस्टम इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस का उपयोग अत्यधिक मात्रा में होती है। आज के समय में हरेक चीज इंटरनेट से जुड़ी हुई है इसलिए इंटरनेट की दुनिया में इलेक्ट्रॉनिक्स का अतिमहत्वपूर्ण उपयोग है।

इलेक्ट्रॉनिक कोर्स

इलेक्ट्रॉनिक की विभिन्न प्रकार की कोर्स होती है। लेकिन उनमें से केवल दो प्रकार की कोर्स को ही अधिकतर किया जाता है और महत्वपूर्ण भी होती है।

1.Diploma in electronics engineer – इसमें आप electronics commucation engineer (ECE) , Electrical and electronics engineer (EEE) , विभिन्न college अनुसार इनके अलावा ओर भी इलेक्ट्रोनिक्स इंजीनियर की branch होती है। ये कोर्स केवल 3 साल की होती है। Electrical and electronics engineer (EEE) मे इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स दोनो पढ़ाया जाता है।

2. B.tech in Electronics engineer – इसमें भी आप electronics commucation engineer(ECE) ,Electrical and electronics engineer(EEE) इनके अलावा भी ओर भी electronics engineer की ब्रांच होती है एवं सभी B.tech engineering college मे अलग अलग होती है। EEE course मे इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स दोनो पढ़ाया जाता है।

आप B.tech या BE भी कर सकते हो । B.tech या BE electronics engineer कर लेने के बाद आप M.tech या ME electronics engineer course भी कर सकते हो ।

B.tech या M.tech कर लेने के बाद या Diploma कर लेने के बाद आप कुछ electronics special course भी कर सकते हो जैसे printed cicuit board design (PCB) , electronics circuit architechture design या Autocade सर्किट डिजाइन इत्यादि।

Electronics का विकास(development) कैसे हुआ बारीकी से समझे

सन् 1897 में इलेक्ट्रॉन की पहचान के बाद एक नई युग यानी इलेक्ट्रोनिक्स युग की शुरुवात हुई और धीरे धीरे इलेक्ट्रोनिक्स उपकरण का अविष्कार होते गया और आज के आधुनिक युग में हम इलेक्ट्रोनिक्स उपकरण से घिरे हुए हैं हमारे चारो और इलेक्ट्रोनिक्स का उपकरण भरा पड़ा है।

इलेक्ट्रोनिक्स उपकरण का आज के समय में बहुतायत मात्रा में उपयोग हो रहा है। इलेक्ट्रोनिक्स एक ऐसे शाखा है जिसके बिना हम एक विकसित देश की कल्पना नहीं कर सकते है।

जैसे जैसे इलेक्ट्रोनिक्स उपकरण का उपयोग बढ़ते जाता है वैसे ही देश भी विकसित होने की राह पर अग्रसर होते नजर आती है। अगर आज के दुनिया की ओर नजर दौड़ाएं तो हम पाएंगे की हर कोई अपनी छोटी या बड़ी कामो के लिए इलेक्ट्रोनिक्स उपकरणो का उपयोग कर रहा है। इलेक्ट्रोनिक्स उपकरण हमारे कामो को आसान और बहुत ही कम समय में निपटा देता है।अगर हम एक विकसित देश और एक अविकसित देश में उपयोग होने वाले इलेक्ट्रोनिक्स उपकरण मात्रा की तुलना करने पर हम पाएंगे की विकसित देश में इलेक्ट्रोनिक्स उपकरण उपयोग की मात्रा बहुत ही ज्यादा है।
अत: विकसित देश के लिए इलेक्ट्रोनिक्स उपकरण अहम भूमिका निभाता है।इसलिए भविष्य में इलेक्ट्रोनिक्स का उपयोग बढ़ते ही जायेगा।

यहां Engineering पढ़ाई के आधार पर इलेक्ट्रोनिक्स के प्रकारों को दर्शाया गया है

इलेक्ट्रोनिक्स के मुख्य: प्रकार निम्न हैं

  • डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स
  • एनालॉग इलेक्ट्रोनिक्स
  • सर्किट डिजाइन इलेक्ट्रोनिक्स
  • माइक्रो इलेक्ट्रोनिक्स
  • पावर इलेक्ट्रोनिक्स
  • इंटीग्रेटेड सर्किट या IC इलेक्ट्रोनिक्स
  • सेमीकंडक्टर डिवाइस
  • Optoelectronics
  • नेनो इलेक्ट्रोनिक्स
  • Bio इलेक्ट्रोनिक्स
  • टेलीकम्युनिकेशन इलेक्ट्रोनिक्स

Digital electronics क्या है आज की दुनिया डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स के बिना अधूरा है।

डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स इलेक्ट्रोनिक्स का ही एक ऐसा भाग है जिसमे डिजिटल सिग्नल का से संबंधित है। डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स में मुख्य रूप से लॉजिक गेट से बनी सर्किट का अध्ययन होता है और जैसा की हमलोग जानते हैं लॉजिक गेट 0,1 के रूप में output सिग्नल मिलता है इसलिए हम यह समझ सकते है की डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स में बाइनरी सिग्नल या कोड को समझना अतिमहत्वपूर्ण है। लॉजिक गेट डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स में एक अहम भूमिका निभाता है। लॉजिक गेट के बिना हम डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं।

डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स का इलेक्ट्रोनिक्स की क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान है। कंप्यूटर, मोबाइल एवं इसके अलावा आजकल जितने भी इलेक्ट्रोनिक्स उपकरण का उपयोग हो रहा है सबमे डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स का ही अत्यधिक योगदान है।

डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स को बनाने एवं समझने के लिए लॉजिक गेट का बुनियादी जानकारी होना अति आवश्यक है।अगर आप लॉजिक गेट में महारथ हासिल कर लेते है तो आप डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण बनाने या समझने के योग्य बन जाते हो।

लॉजिक गेट के उपयोग से मोबाइल और कंप्यूटर के RAM,ROM, IC, प्रोसेसर,CPU, एवं इनके बहुत सारे सर्किट लॉजिक गेट के उपयोग से ही बनाया जाता है।लॉजिक गेट का सबसे खास बात तो ये है की जब प्रोसेसर या CPU को बनाने के बाद उसको चलाने के लिए बाइनरी कोड या मशीन language प्रोग्राम की जरूरत होती है और लॉजिक गेट के द्वारा ही बाइनरी कोड या मशीन language (0,1) को बनाया जाता है।

कोई भी मशीन केवल मशीन language प्रोग्राम या बाइनरी कोड को समझती है । मशीन language प्रोग्राम या बाइनरी कोडिंग करने के लिए लॉजिक गेट का उपयोग किया जाता है।प्रोसेसर या CPU मे बाइनरी कोडिंग ऐसा कोडिंग होता है जिसके बगैर कोई भी अन्य प्रोग्राम काम नहीं करती है। अत: इस बात से हम यह समझ सकते हैं की डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स में लॉजिक गेट कितनी महत्वपूर्ण है।

प्रोसेसर या CPU मे बुनियादी प्रोग्राम बाइनरी कोडिंग होता है और यह बाइनरी कोडिंग प्रोसेसर या CPU के सर्किट के आर्किटेक्चर डिजाइन के आधार पर किया जाता है।
अगर आप लॉजिक गेट के माध्यम से कोई भी सर्किट डिजाइन खुद से कर सकते हो तो आप प्रोसेसर या CPU के सर्किट डिजाइन को भी समझ सकते हो और उसमे किए जाने वाला बाइनरी कोड को भी समझ सकते हो।

Analog electronics क्या है डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स का उल्टा

एनालॉग इलेक्ट्रोनिक्स डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स का विपरीत होता है।
एनालॉग इलेक्ट्रोनिक्स में निरंतर परिवर्तनशील सिग्नल वाली प्रक्रिया होती है।एनालॉग इलेक्ट्रोनिक्स में एनालॉग और वोल्टेज या करेंट के बीच अनुपातिक संबंध का वर्णन है।

एनालॉग इलेक्ट्रोनिक्स में ऊर्जा को एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित किया जाता है। अर्थात भौतिक रूप वाले सूचना जैसे तापमान, प्रकाश,sound आदि को transducer उपकरण की माध्यम से इसे इलेक्ट्रिकल सिग्नल के रूप में बदला जाता है।

सर्किट डिजाइन इलेक्ट्रोनिक्स क्या है ?

सर्किट डिजाइन इलेक्ट्रोनिक्स में सर्किट डिजाइन का अध्ययन से संबंधित है। इसमें सर्किट डिजाइन का विश्लेषण किया जाता है।

Micro electronics क्या है यह बहुत ही दिलचस्प topic

माइक्रो इलेक्ट्रोनिक्स जैसा की नाम से पता चल रहा है माइक्रो स्केल यानी छोटी माप वाली इलेक्ट्रोनिक्स डिजाइन और घटको का अध्ययन से संबंधित है।
माइक्रो इलेक्ट्रोनिक्स में सेमीकंडक्टर जैसे ग्रेफाइट, सिलिकॉन का सबसे ज्यादा उपयोग किया जाता है। इसमें कैपेसिटर,इंडक्टर,ट्रांजिस्टर, डायोड और resistor जैसे उपकरण से संबंधित है।

Power electronics क्या है एवं इसके उपयोग को देखे

पावर इलेक्ट्रोनिक्स इलेक्ट्रोनिक्स का एक ऐसा भाग है जिसमे विद्युत ऊर्जा के नियंत्रण और रूपांतरण से संबंधित अध्ययन है। पावर इलेक्ट्रोनिक्स में सेमीकंडक्टर स्विचिंग जैसे थायरिस्टर,MOSFET,IGBT, डायोड आदि पावर नियंत्रण उपकरण से जुड़ा हुआ है। इसके अलावा इन्वर्टर, रेक्टिफायर,कन्वर्टर आदि रूपांतरण उपकरण से संबंधित है।

Integrated circuit क्या होता है या जिसे short मे IC बोला जाता है

इंटीग्रेटेड सर्किट या IC इलेक्ट्रोनिक्स डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स का ही भाग है।IC इलेक्ट्रोनिक्स में माइक्रोइलेक्ट्रोनिक्स सर्किट चिप का अध्ययन से संबंधित है। IC इलेक्ट्रोनिक्स में माइक्रोसर्किट होता है और इस माइक्रो सर्किट को एक chip मे डाला जाता है जो बहुत ही छोटा होता है। इस माइक्रो सर्किट में डायोड, कैपेसिटर,ट्रांजिस्टर,रजिस्टर और भी अनेक इलेक्ट्रोनिक्स घटक द्वारा माइक्रो सर्किट बनाया जाता है और इसे एक chip मे समायोजित किया जाता है।

Semiconductor electronics device क्या है एवं इनका उपयोग

सेमीकंडक्टर इलेक्ट्रोनिक्स डिवाइस एक ऐसा इलेक्ट्रोनिक्स का भाग है जिसमे केवल सेमीकंडक्टर डिवाइस से संबंधित है। सेमीकंडक्टर जैसा की नाम से पता चल रहा है यह एक अर्धचालक है।सेमीकंडक्टर इलेक्ट्रोनिक्स का इलेक्ट्रोनिक्स के क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान है और यह बहुत ही महत्वपूर्ण डिवाइस है।

Optoelectronics क्या है एवं इनके उपयोग को देखे

Optoelectronics इलेक्ट्रोनिक्स का एक ऐसा भाग है जिसमे प्रकाश एवं इलेक्ट्रिकल करेंट दोनो के सिग्नल को नियंत्रित करने के उपकरण से संबंधित है ।

Neno electronics क्या है अति महत्वपूर्ण विषय है

नेनो इलेक्ट्रोनिक्स जैसे की नाम से पता चलता है यह बहुत ही छोटी इलेक्ट्रोनिक्स घटक टेक्नोलॉजी के अध्यन से संबंधित है। जैसे इसमें डिस्प्ले के पावर नियंत्रण आदि से संबंधित अध्ययन होता है।

Bio electronics क्या है एवं किसमे उपयोग होता है ?

Bio इलेक्ट्रोनिक्स एक बहुत ही उपयोगी इलेक्ट्रोनिक्स भाग है जिसमे बायोलॉजी से संबंधित इलेक्ट्रोनिक्स उपकरण का अध्ययन से संबंधित है। आज कल bio इलेक्ट्रोनिक्स उपकरण मेडिकल के क्षेत्र में अत्यधिक मात्रा में उपयोग हो रहा है। Bio इलेक्ट्रोनिक्स उपकरण आज कल बहुत सारी बीमारियों का इलाज में उपयोग किया जाता है ।

Telecommunication electronics क्या है आज की दुनिया में इसका उपयोग

टेलीकम्युनिकेशन इलेक्ट्रोनिक्स का योगदान आज के समय में बहुत ही ज्यादा है । टेलीकम्युनिकेशन इलेक्ट्रोनिक्स के बगैर आज कल की दुनिया की कल्पना करना भी मुश्किल है। टेलीकम्युनिकेशन इलेक्ट्रोनिक्स इलेक्ट्रोनिक्स का एक ऐसा भाग है जिसमे दूरसंचार उपकरणों से संबंधित है। मोबाइल, कंप्यूटर , इंटरनेट आदि दूरसंचार के उदाहरण है।

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